प्रयागराज के सपा विधायक संदीप पटेल ने हिन्दी यूपी से खास बातचीत में सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। जनता परेशान है। कोई सुनने वाला नहीं है।
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और मेजा विधायक संदीप पटेल ने शुक्रवार को बताया कि आने वाले समय में केंद्र की सरकार अखिलेश यादव के सहयोग से ही बनेगी। एनडीए को पीडीए पटखनी देगा। जांच एजेंसियों का डर दिखाकर भले कुछ लोगों को तोड़ लिया जाए लेकिन असली मतदाता अखिलेश यादव से उम्मीद लगाकर बैठा है।
पीडि़त का ही 151 में चालान करती है डॉयल 112
विधायक संदीप पटेल ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जनता को डॉयल 112 परेशान करती है। इस माध्यम का उपयोग गरीबों से वसूली के लिए किया जाता है। शिकायतकर्ता को ही पुलिस ले जाकर 151 में चालान कर देती है। यही कारण है कि लोग डर से अब 112 डॉयल करना बंद कर दिए हैं।
पत्नी राजनीति में सक्रिय, चुनाव लडऩा और न लडऩा उनकी इच्छा
विधायक संदीप पटेल ने बताया कि उनकी पत्नी रीना सिंह पटेल लगातार राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी अनुपस्थिति में पत्नी ही विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम के दौरान पहुंचती हैं। वह शिक्षित हैं। समाज की उनको समझ है। विधायक ने कहा कि उनकी तरफ से पत्नी को छूट है कि वह कोई चुनाव लड़े या न लड़े। विधायक ने कहा कि इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद के चुनाव के लिए उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष से कोई बात नहीं की है। पार्टी जो फैसला करेगी, उसे स्वीकार किया जाएगा।
अखिलेश के बेहद करीबी हैं संदीप पटेल
मेजा में साइकिल दौड़ाने वाले विधायक संदीप पटेल अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। उनकी गणना कद्दावर नेताओं में की जाती है। बीते नगर पंचायत, ग्राम पंचायत और नगर निगम के चुनाव में भी इनके पास कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां थीं। माना जाता है कि अखिलेश यादव इनके ऊपर पूरा विश्वास करते हैं। यही कारण है कि पार्टी में संदीप पटेल का लगातार कद भी बढ़ रहा है।
स्वामी प्रसाद सपा के हैं और सपा के ही रहेंगे
संदीप पटेल ने स्वामी प्रसाद मार्य के इस्तीफा देने के मामले में बचाव किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद सपा के थे, सपा के हैं और सपा के ही रहेंगे। जो कुछ कमी है, उसे बैठकर समझ लिया जाएगा। विधायक ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद के गहरे रिश्ते हैं। वह सदैव पीडीए की बात करते हैं। ऐसे में उनका दूसरे दल में जाने का कोई सवाल नहीं है।