अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह ने हिन्दी यूपी से बातचीत केे दौरान अपनी पुरानी यादों को ताजा किया। कहा कि एक गृहणी को राजनीति में सफल बनने के लिए सबसे पहले आत्मविश्वास जगाना होगा।
प्रयागराज। जब अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बात होती है तो प्रयागराज की रेखा सिंह पत्नी अशोक सिंह का नाम भी लोगों के जेहन में उभर आता है। रसोई घर से लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष तक की कुर्सी का सफर तय करने वालीं रेखा सिंह की जिंदगी बेहद साधारण है। परिवार और बच्चों की देखभाल करने के साथ उन्होंने जनता से भी सीधे जुड़ाव रखा। धीरे धीरे रेखा सिंह परिपक्व राजनीति के साथ सारे कामकाज भी खुद संभालने लगीं। उन्होंने कहा कि महिलाएं जिस पद पर हो, वह अपना काम खुद करें।
दस साल के कार्यकाल में बदल दी गांवों की सूरत
रेखा सिंह ने अलग-अलग समय में जिला पंचायत अध्यक्ष का लगभग दस साल का कार्यकाल संभाला। इस दौरान उन्होंने गांवों की सूरत बदल दी। सबसे ज्यादा सड़कें बनवाकर कीर्तिमान स्थापित किया। बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे गांवों को नई रोशनी दी। भाजपा नेताओं ने बताया कि रेखा सिंह का कार्यकाल बेहद प्रभावी रहा। उन्होंने गांवों को शहरों की प्रमुख सड़कों से जोड़कर विकास के पथ पर लोगों को अग्रसर किया।
पीएम और सीएम की योजनाओं का करती हैं प्रचार
महिलाओं के बीच बेहद अच्छी पकड़ रखने वाली रेखा सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाती हैं। विकसित भारत यात्रा, महिला सशक्तीकरण, वूमेन हेल्पलाइन, सखी, बीसी समेत कई योजनाओं का उन्होंने प्रचार किया। यही कारण है कि यमुनापार क्षेत्र में उनकी पकड़ भी मजबूत हो रही है।
रेखा सिंह ने महिलाओं के बेहतर भविष्य का संकल्प दोहराया
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह ने कहा कि वह किसी पद पर रहे या न रहे लेकिन महिलाओं के लिए काम करती रहेंगी। उनकी इच्छा है कि गांव में बीमार को दवा, अच्छी शिक्षा और बेटियों को सुरक्षित माहौल मिल सके। रेखा सिंह ने भविष्य में एनजीओ के द्वारा लोगों की मदद की बात कही। उन्होंने हिन्दी यूपी से संवाद के दौरान कहा कि आने वाले समय में वह इस दिशा में काम भी करेंगी। इसके लिए पति अशोक सिंह से उन्होंने बात भी की। कहा कि किसी अच्छे काम में परिवार का सहयोग रहने पर बल मिलता है।