इलाहाबाद और फूलपुर लोकसभा सीट पर दोबारा विजय पाने के लिए भाजपा ने मूल कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष की कुर्सी सौंपकर गेंद अपने पाले में करने की कोशिश की है। इसका असर कितना होगा, यह तो आने वाले चुनाव में पता चलेगा लेकिन इससे कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है।
प्रयागराज। जिले की दो प्रमुख लोकसभा सीट इलाहाबाद और फूलपुर पर वर्तमान में भाजपा का ही कब्जा है। इलाहाबाद से सांसद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस और फूलपुर की सांसद केसरी देवी पटेल बसपा छोड़कर भाजपा में आईं थीं। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं में मलाल था कि उन्हें पार्टी में हक नहीं मिल पा रहा है। इसी को साधने के लिए भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। वर्ष २०२४ के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में पूरा जीवन खपाने वाले साधारण कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष की महत्वपूर्ण कुर्सी सौंप दी गई है।
यमुनापार से विनोद, गंगापार से कविता और शहर से राजेंद्र बने अध्यक्ष
यमुनापार के अध्यक्ष विनोद प्रजापति रामपुर हरदुआ के रहने वाले हैं। वह इससे पहले मंडल अध्यक्ष, मंडल मंत्री, जिला मंत्री व पिछड़ा वर्ग जिला मंत्री भी रह चुके हैं। वर्तमान समय में वह जिला महामंत्री थे। इसी तरह गंगापार की अध्यक्ष कविता पटेल भी जिला महामंत्री थीं। वह आरएसएस से जुड़कर लगातार पार्टी के लिए काम कर रही थीं। शहर अध्यक्ष राजेंद्र मिश्र पुराने भाजपाई हैं। वह 1997 से 2001 तक भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष और बाद में महानगर अध्यक्ष भी रहे। वह प्रयागराज विकास प्राधिकरण के सदस्य भी नियुक्त किए गए थे।